UPSC NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) कोर्स में अब एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस बदलाव के तहत, अब उम्मीदवारों को NDA कोर्स पूरा करने के बाद B.Tech की डिग्री दी जाएगी। इस संशोधित कोर्स को 2026 से लागू करने की योजना है। वर्तमान में, NDA कोर्स के बाद उम्मीदवारों को BA या B.Sc की डिग्री दी जाती है, लेकिन अब इसे बदलकर B.Tech की डिग्री दी जाएगी, जो इंजीनियरिंग और तकनीकी प्रशिक्षण पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगा।
NDA कोर्स में बदलाव क्यों किया जा रहा है?
यह बदलाव मुख्य रूप से सेना में बढ़ते तकनीकी उपयोग के कारण किया जा रहा है। भारतीय सेना में तकनीकी बदलावों के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के अनुसार, यह बदलाव 2026 से लागू होने की संभावना है। नए कोर्स में दो विकल्प दिए जा सकते हैं—एक B.Tech डिग्री और दूसरा B.Sc डिग्री। कुछ उम्मीदवारों को BA की डिग्री भी दी जा सकती है।
NDA उम्मीदवारों पर इसका प्रभाव
इस बदलाव से NDA के उम्मीदवारों के लिए नए अवसर खुलेंगे। B.Tech डिग्री मिलने से उम्मीदवारों को तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में अधिक अवसर मिलेंगे। इससे उन्हें सेना में उच्च तकनीकी पदों पर काम करने के लिए बेहतर तैयारी मिलेगी। इसके साथ ही, वे अन्य क्षेत्रों में भी करियर बनाने के लिए अधिक योग्य हो सकते हैं।
UPSC NDA 2025 परीक्षा की तारीख और अन्य जानकारी
UPSC NDA 1 परीक्षा 2025 का आयोजन 13 अप्रैल 2025 को होगा। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। उम्मीदवारों को परीक्षा से पहले एडमिट कार्ड डाउनलोड करने का समय मिलेगा।
एनडीए और एनए I परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क ₹100 है, जो SC/ST और महिला उम्मीदवारों के लिए माफ है। आवेदन शुल्क का भुगतान भारतीय स्टेट बैंक की किसी शाखा में नकद या फिर वीजा/मास्टर कार्ड के जरिए किया जा सकता है।
इसके अलावा, NDA 2 परीक्षा 2025 के लिए नोटिफिकेशन 28 मई 2025 को जारी किया जाएगा और आवेदन प्रक्रिया 28 मई से 17 जून 2025 तक चलेगी।
निष्कर्ष
UPSC NDA कोर्स में होने वाले ये बदलाव भारतीय सेना के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। अब NDA के उम्मीदवारों को B.Tech डिग्री मिलेगी, जो उन्हें तकनीकी क्षेत्र में बेहतर तैयार करेगी। उम्मीदवारों को इन बदलावों के बारे में जानकारी रखना जरूरी है, ताकि वे अपनी तैयारी सही दिशा में कर सकें और नए कोर्स के अनुसार अपने करियर की दिशा तय कर सकें।