Top 7 Easiest Medical Courses: MBBS नहीं करना चाहते? जानिए मेडिकल की पढ़ाई के 7 आसान कोर्स, कम सिलेबस में अच्छा करियर

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मेडिकल फील्ड में करियर बनाना कई छात्रों का सपना होता है, लेकिन MBBS की कठिनाई और लंबी अवधि के कारण कई बार यह सपना अधूरा रह जाता है। कुछ स्टूडेंट्स को MBBS में दाखिला तो मिल जाता है, लेकिन भारी-भरकम सिलेबस और थकाऊ प्रैक्टिकल के चलते वे बीच में ही कोर्स छोड़ देते हैं।

अगर आप भी मेडिकल सेक्टर में काम करना चाहते हैं लेकिन MBBS जैसे कठिन कोर्स से बचना चाहते हैं, तो आपके लिए इस फील्ड में कई सरल और कम समय में पूरे होने वाले कोर्स मौजूद हैं।

ऐसे कोर्सेज न केवल कम कठिन होते हैं, बल्कि इनकी पढ़ाई का पैटर्न और प्रवेश प्रक्रिया भी अपेक्षाकृत आसान होती है। इनमें से कई कोर्सेज के लिए NEET जैसी राष्ट्रीय परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती, जिससे इनका कॉम्पिटिशन भी कम हो जाता है।

Top 7 Easiest Medical Courses

आइए जानते हैं ऐसे ही 7 मेडिकल कोर्स के बारे में जो न केवल आसान हैं, बल्कि तेजी से करियर शुरू करने का मौका भी देते हैं।

1. बीएससी नर्सिंग (B.Sc Nursing)

यह कोर्स मरीजों की देखभाल, अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा होता है। इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाता है। MBBS की तुलना में इसका सिलेबस कम कठिन होता है और प्रवेश प्रक्रिया भी आसान होती है।

अवधि: 4 साल (3.5 साल पढ़ाई + 6 महीने की इंटर्नशिप)
एडमिशन: 12वीं में PCB विषयों के साथ न्यूनतम 50% अंक जरूरी। कई कॉलेज नीट नहीं मांगते हैं।
करियर: नर्स, हॉस्पिटल एडमिन, M.Sc नर्सिंग में आगे की पढ़ाई
वेतन: ₹3–6 लाख/वर्ष
कॉलेज: AIIMS दिल्ली, CMC वेल्लोर

2. बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (B.Sc MLT)

यह कोर्स लैब जांचों और डायग्नोस्टिक तकनीकों पर केंद्रित होता है। छात्र खून, टिशू और फ्लुइड्स की जांच करना सीखते हैं, जिससे डॉक्टर को रोग पहचानने में मदद मिलती है।

अवधि: 3–4 साल
एडमिशन: 12वीं में PCB और 50% अंक आवश्यक; NEET जरूरी नहीं
करियर: लैब टेक्नीशियन, डायग्नोस्टिक सेंटर स्टाफ
वेतन: ₹2.5–5 लाख/वर्ष
कॉलेज: JIPMER पुडुचेरी, मणिपाल यूनिवर्सिटी

3. बीएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स (B.Sc Nutrition & Dietetics)

स्वस्थ खानपान और डाइट प्लानिंग में रुचि रखने वालों के लिए यह कोर्स उपयुक्त है। यह कोर्स क्लीनिकल मेडिसिन से दूरी बनाकर साइंस के बेसिक्स पर ध्यान देता है।

अवधि: 3–4 साल
एडमिशन: 12वीं में PCB और 50% अंक जरूरी; NEET की जरूरत नहीं
करियर: डायटीशियन, न्यूट्रिशन कंसल्टेंट
वेतन: ₹2–4 लाख/वर्ष
कॉलेज: लेडी इरविन कॉलेज, SNDT विमेन्स यूनिवर्सिटी

4. डिप्लोमा इन मेडिकल असिस्टेंट

इस कोर्स में मरीजों की बेसिक देखभाल, वाइटल साइन मापन और क्लिनिक प्रशासनिक कार्यों की ट्रेनिंग दी जाती है। यह कोर्स जल्दी नौकरी शुरू करने की इच्छा रखने वालों के लिए उपयुक्त है।

अवधि: 1–2 साल
एडमिशन: 12वीं में PCB के साथ 45-50% अंक; NEET नहीं चाहिए
करियर: मेडिकल असिस्टेंट, क्लिनिक स्टाफ
वेतन: ₹2–3.5 लाख/वर्ष
कॉलेज: अपोलो हॉस्पिटल्स, लोकल सामुदायिक कॉलेज

5. सर्टिफिकेट इन फ्लेबोटॉमी (Certificate in Phlebotomy)

यह कोर्स ब्लड सैंपल लेने और उनकी प्रोसेसिंग की तकनीक सिखाता है। यह मेडिकल के सबसे छोटे और आसान कोर्स में से एक है।

अवधि: 4 सप्ताह से 6 महीने
एडमिशन: 12वीं में PCB या PCM के साथ 45% अंक; कुछ संस्थानों में 10वीं पास भी मान्य
करियर: फ्लेबोटॉमी टेक्नीशियन
वेतन: ₹1.5–3 लाख/वर्ष
कॉलेज: लोकल हॉस्पिटल ट्रेनिंग प्रोग्राम, ट्रेड स्कूल्स

6. डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजी

इस कोर्स में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, MRI और CT स्कैन जैसी तकनीकों को ऑपरेट करना सिखाया जाता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए अच्छा है जो टेक्निकल फील्ड में रुचि रखते हैं।

अवधि: 1–2 साल
एडमिशन: 12वीं में PCB के साथ 45-50% अंक; प्रवेश परीक्षा आवश्यक नहीं
करियर: रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, एक्स-रे ऑपरेटर
वेतन: ₹2–4 लाख/वर्ष
कॉलेज: SRM इंस्टीट्यूट, IGNOU, राज्य सरकार के संस्थान

7. सर्टिफिकेट इन मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन

अगर आपकी अंग्रेजी अच्छी है और आप टेक्नोलॉजी फ्रेंडली हैं, तो यह नॉन-क्लिनिकल कोर्स आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। इसमें डॉक्टर्स की आवाज रिकॉर्डिंग को टेक्स्ट में बदला जाता है।

अवधि: 6 महीने से 1 साल
एडमिशन: किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास, अंग्रेजी और कंप्यूटर की समझ जरूरी
करियर: मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट, हेल्थ डेटा एंट्री ऑपरेटर
वेतन: ₹1.8–3.5 लाख/वर्ष
कॉलेज: CMTI, अन्य ऑनलाइन संस्थान

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अंतिम सलाह

अगर आप मेडिकल फील्ड में जाना चाहते हैं लेकिन MBBS जैसी कठिन और लंबी पढ़ाई से बचना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए कोर्स आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। इनमें से कुछ कोर्स जैसे फ्लेबोटॉमी या मेडिकल असिस्टेंट, जल्दी नौकरी पाने में मदद करते हैं, जबकि B.Sc आधारित कोर्स लंबे समय में बेहतर करियर ग्रोथ और स्थिरता देते हैं। किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले संस्थान की मान्यता, प्लेसमेंट रिकॉर्ड और पाठ्यक्रम की जानकारी जरूर जांच लें।

ये कोर्स आपको हेल्थ सेक्टर में बिना MBBS के भी एक सफल और सम्मानजनक करियर बनाने का मौका दे सकते हैं।

Ankita Devi इस ब्लॉग के Author है जो पिछले 5 साल से Career Counselling & Guidance Platform पर काम कर रही है। उसकी करियर परिप्रेक्ष्य विभिन्न कोर्स के क्षेत्र में अच्छी पकड़ हैं जिससे वह अपने पाठकों को इससे सम्बंधित जानकारी देने में सक्षम है।

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