भारत में मेडिकल कोर्स हमेशा से छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं। हालांकि, नीट (NEET) परीक्षा की प्रतिस्पर्धा बहुत कठिन होती है, और हर साल लाखों छात्र इसे क्वालिफाई करने में असफल रहते हैं। ऐसे में, कई छात्र एमबीबीएस और बीडीएस के अलावा मेडिकल फील्ड में अन्य कोर्स का विकल्प चुनते हैं।
यहां हम आपको 12वीं के बाद नीट के बिना किए जा सकने वाले कुछ लोकप्रिय और लाभदायक मेडिकल कोर्स के बारे में बताएंगे, जो आपको एक शानदार कॅरियर बनाने में मदद करेंगे।
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नीट के बिना मेडिकल कोर्स करने के फायदे
- इन कोर्स में प्रवेश के लिए नीट की आवश्यकता नहीं होती, जिससे एडमिशन की प्रक्रिया आसान हो जाती है।
- हेल्थकेयर और मेडिसिन सेक्टर में इन कोर्स की काफी मांग है।
- कई कोर्स एमबीबीएस के मुकाबले सस्ते होते हैं।
नीट के बिना मेडिकल कोर्स के लिए पात्रता
नीट के बिना मेडिकल कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होता है:
- शैक्षणिक योग्यता: कक्षा 12वीं में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान/गणित (PCB/PCM) के साथ उत्तीर्ण।
- न्यूनतम अंक: कुछ कोर्स के लिए न्यूनतम 50% अंकों की आवश्यकता होती है।
- प्रवेश परीक्षा (अगर लागू हो): कुछ विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।
नीट के बिना 12वीं के बाद किए जाने वाले टॉप मेडिकल कोर्स
1. नर्सिंग (Nursing)
- कोर्स का विवरण: नर्सिंग मानवता की सेवा करने का बेहतरीन माध्यम है। यह चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है।
- कॅरियर स्कोप: स्टाफ नर्स, रजिस्टर्ड नर्स (RN), मेडिकल कोडर।
- औसत सैलरी: ₹3-5 लाख प्रति वर्ष।
2. फार्मेसी (Pharmacy)
- कोर्स का विवरण: B. Pharmacy छात्रों को दवाइयों और उनके उपयोग के बारे में सिखाता है।
- कॅरियर स्कोप: फार्मासिस्ट, ड्रग इंस्पेक्टर, हेल्थ इंस्पेक्टर।
- औसत सैलरी: ₹4-6 लाख प्रति वर्ष।
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3. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)
- कोर्स का विवरण: बीपीटी (BPT) में छात्रों को फिजिकल थेरेपी के जरिए विकारों को ठीक करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- कॅरियर स्कोप: फिजियोथेरेपिस्ट, हेल्थ एंड फिटनेस क्लिनिक, स्पेशल स्कूल।
- औसत सैलरी: ₹3-7 लाख प्रति वर्ष।
4. पशु चिकित्सा विज्ञान (Veterinary Science)
- कोर्स का विवरण: बीवीएससी (BVSC) में छात्रों को जानवरों की देखभाल और इलाज के बारे में सिखाया जाता है।
- कॅरियर स्कोप: वेटरनरी डॉक्टर, एनिमल सर्जन।
- औसत सैलरी: ₹5-10 लाख प्रति वर्ष।
5. मनोविज्ञान (Psychology)
- कोर्स का विवरण: यह कोर्स मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार से संबंधित है।
- कॅरियर स्कोप: काउंसलर, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट।
- औसत सैलरी: ₹4-8 लाख प्रति वर्ष।
6. कार्डियोवेस्कुलर टेक्नोलॉजी (Cardiovascular Technology)
- कोर्स का विवरण: इस कोर्स में छात्रों को दिल और रक्तवाहिकाओं से संबंधित बीमारियों के निदान और उपचार का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- कॅरियर स्कोप: कार्डियोवेस्कुलर टेक्नोलॉजिस्ट।
- औसत सैलरी: ₹5-8 लाख प्रति वर्ष।
7. बायोटेक्नोलॉजी (Biotechnology)
- कोर्स का विवरण: जैव प्रौद्योगिकी में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर नई दवाइयों और तकनीकों का विकास किया जाता है।
- कॅरियर स्कोप: बायोटेक्नोलॉजिस्ट, रिसर्च साइंटिस्ट।
- औसत सैलरी: ₹5-10 लाख प्रति वर्ष।
नीट के बिना मेडिकल कोर्स का कॅरियर स्कोप
- सरकारी और निजी नौकरियां: इन कोर्स के बाद सरकारी अस्पतालों, प्राइवेट क्लीनिक्स, और रिसर्च लैब्स में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं।
- उद्यमिता के विकल्प: फार्मेसी, फिजियोथेरेपी, और पोषण जैसे क्षेत्रों में खुद का क्लिनिक या व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
नीट के बिना मेडिकल कोर्स का विकल्प उन छात्रों के लिए एक शानदार अवसर है, जो मेडिकल फील्ड में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं। ये कोर्स न केवल आकर्षक सैलरी बल्कि समाज सेवा का मौका भी प्रदान करते हैं। अगर आप भी नीट के बिना मेडिकल फील्ड में जाना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए कोर्स में से एक का चयन करें और अपने सपनों को पूरा करें।