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HPU ITEP Course 2025: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शुरू करेगा चार साल का आईटीईपी कोर्स, शिक्षक बनने का नया सफ़र

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) जल्द ही चार साल का इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करने की तैयारी में है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत पेश किया जा रहा है और इसे नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) द्वारा डिज़ाइन किया गया है। यह नया कोर्स शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।

क्या है आईटीईपी कोर्स?

आईटीईपी (Integrated Teachers Education Program) एक चार वर्षीय कोर्स है जो कक्षा 12 के बाद छात्रों को प्रवेश की पात्रता देता है। यह कोर्स बीएड की तरह ही स्कूलों में शिक्षक बनने की योग्यता पूरी करता है। परंपरागत बीएड कोर्स के मुकाबले यह अधिक समय-कुशल और व्यावहारिक है।

इस कोर्स में छात्रों को तीन अलग-अलग विकल्प मिलेंगे:

  1. बीए-बीएड (BA-B.Ed)
  2. बीएससी-बीएड (B.Sc-B.Ed)
  3. बीकॉम-बीएड (B.Com-B.Ed)

चार साल में इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र सीधे शिक्षक बनने के लिए पात्र होंगे।

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परंपरागत बीएड कोर्स की तुलना में आईटीईपी की विशेषताएं

समय की बचत

वर्तमान में शिक्षक बनने के लिए छात्रों को 5 साल (3 साल स्नातक + 2 साल बीएड) का समय लगता है। आईटीईपी कोर्स इस प्रक्रिया को चार साल में पूरा कर देगा, जिससे छात्रों को एक साल की बचत होगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार के लिए यह कोर्स एक बड़ा कदम है। यह कोर्स छात्रों को बेहतर प्रशिक्षित और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है।

बेहतर करियर संभावनाएं

आईटीईपी कोर्स छात्रों को एकीकृत शिक्षा प्रणाली का हिस्सा बनाकर शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा।

एचपीयू द्वारा आईटीईपी कोर्स की तैयारी

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग ने एनसीटीई के पास चार साल के इस कोर्स को शुरू करने के लिए आवेदन किया है। विभाग को एनसीटीई से मंजूरी मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग से एनओसी (No Objection Certificate) प्राप्त करनी होगी। मंजूरी मिलने पर इस कोर्स को अगले सत्र से शुरू किया जा सकता है।

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कोर्स शुरू होने के लाभ

शिक्षक बनने की प्रक्रिया आसान

अब जमा दो के तुरंत बाद छात्र इस कोर्स में प्रवेश लेकर शिक्षक बनने के लिए जरूरी शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इससे उन्हें परंपरागत कोर्स की तुलना में जल्दी करियर शुरू करने का मौका मिलेगा।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

चार साल के इस कोर्स में छात्रों को सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों प्रकार का ज्ञान मिलेगा, जिससे वे बेहतर शिक्षक बन सकेंगे।

छात्रों के लिए आर्थिक लाभ

एक साल कम समय लगने से छात्रों का न केवल समय बल्कि शिक्षा पर होने वाला खर्च भी कम होगा।

क्यों सिर्फ एचपीयू ही कर रहा है यह कोर्स शुरू?

फिलहाल, हिमाचल प्रदेश में केवल हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) ही इस कोर्स को शुरू करने की शर्तों को पूरा कर रहा है। अन्य सरकारी और निजी कॉलेज अभी तक इस कोर्स के लिए आवश्यक संसाधनों और बुनियादी ढांचे को तैयार नहीं कर पाए हैं।

हालांकि, 2030 तक परंपरागत बीएड कोर्स निजी और सरकारी कॉलेजों में जारी रहेगा, लेकिन आईटीईपी कोर्स के माध्यम से शिक्षक बनने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और आधुनिक होगी।

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एचपीयू के शिक्षा विभाग का बयान

एचपीयू के शिक्षा विभाग के अध्यक्ष, डॉ. चमन लाल, ने कहा कि चार साल के एकीकृत कोर्स के लिए एनसीटीई से मंजूरी मांगी गई है। यदि सरकार से अनुमति मिलती है, तो अगले शैक्षणिक सत्र से इस कोर्स को शुरू किया जा सकता है।

आईटीईपी कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया

  1. पात्रता: कक्षा 12 उत्तीर्ण छात्र ही इस कोर्स में प्रवेश के लिए पात्र होंगे।
  2. प्रवेश परीक्षा: कोर्स में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में पास होना आवश्यक होगा।
  3. डिग्री की प्राप्ति: चार साल में छात्र को बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, या बीकॉम-बीएड की डिग्री प्रदान की जाएगी।

भविष्य के लिए आईटीईपी कोर्स के महत्व

आईटीईपी कोर्स शिक्षक बनने की प्रक्रिया को सरल, समय-कुशल और प्रभावी बनाता है। यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने और शिक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

इस कोर्स के माध्यम से न केवल छात्रों को जल्दी नौकरी मिलने की संभावना बढ़ेगी, बल्कि स्कूलों में बेहतर और प्रशिक्षित शिक्षक भी उपलब्ध होंगे।

निष्कर्ष

चार साल का आईटीईपी कोर्स हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह कोर्स न केवल छात्रों के समय और पैसे की बचत करेगा, बल्कि उन्हें बेहतर शिक्षण कौशल और ज्ञान प्रदान करेगा।

एचपीयू के इस प्रयास से शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। यदि आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह कोर्स आपके करियर की मजबूत नींव रख सकता है।

Ankita Devi इस ब्लॉग के Author है जो पिछले 3 साल से Career Counselling & Guidance Platform पर काम कर रही है। उसकी करियर परिप्रेक्ष्य विभिन्न कोर्स के क्षेत्र के में अच्छी पकड़ हैं जिससे वह अपने पाठकों को इससे सम्बंधित जानकारी देने में सक्षम है।

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