गांव के युवाओं के लिए सुनहरा मौका, 12वीं के बाद करें यह खास कोर्स – करियर और आत्मनिर्भरता का नया रास्ता

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

अगर आप गांव से हैं, खेती-बाड़ी या पशुपालन से जुड़ा परिवार है और भविष्य में इसी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए बैचलर ऑफ रूरल स्टडीज (BRS) एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है। यह कोर्स गुजरात के बोटाद जिले से एक नई उम्मीद लेकर आया है, जो ग्रामीण विकास की दिशा में युवाओं को एक नई राह दिखा रहा है।

क्या है BRS कोर्स?

BRS यानी बैचलर ऑफ रूरल स्टडीज, एक चार वर्षीय बहु-विषयी डिग्री कोर्स है, जिसे नई शिक्षा नीति 2020 के तहत डिजाइन किया गया है। यह कोर्स खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए तैयार किया गया है, जिसमें कृषि, पशुपालन, पर्यावरण, समाजशास्त्र, ग्राम अर्थशास्त्र, पंचायती राज, सहकारी गतिविधियां, ग्राम स्वच्छता और ग्रामीण स्वास्थ्य जैसे विषय शामिल हैं।

इस कोर्स का उद्देश्य है कि गांव के युवाओं को न सिर्फ शिक्षा दी जाए, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया जाए, ताकि वे अपने क्षेत्र में रोजगार सृजन के साथ-साथ विकास में भागीदार बन सकें।

क्यों खास है यह कोर्स?

बोटाद जिले के कृषि विशेषज्ञ हिरजीभाई भिंगड़िया के अनुसार, यह कोर्स विशेष रूप से उन युवाओं के लिए उपयोगी है जिनका पारिवारिक पृष्ठभूमि खेती और पशुपालन से जुड़ा है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित बोटाद में गिर गाय, जाफराबादी भैंस, गेहूं, कपास, मूंगफली और जामफल जैसी कृषि व पशुपालन गतिविधियां प्रमुख हैं। ऐसे में BRS कोर्स इन युवाओं को आधुनिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण देकर बेहतर भविष्य की ओर ले जाता है।

कौन ले सकता है एडमिशन?

इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए उम्मीदवार का 12वीं पास होना जरूरी है। प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ी विस्तृत जानकारी संबंधित संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट या उनके संपर्क कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

कहां होता है यह कोर्स?

बोटाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में BRS कोर्स लोकभारती लोकसेवा महाविद्यालय, साणोसरा (भावनगर) और उत्तर बुनियादी कॉलेज जैसे संस्थानों में संचालित किया जा रहा है। ये संस्थान ग्रामीण युवाओं को उनके क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

Read Also:

 युवाओं के लिए शानदार अवसर, भारतीय सेना के साथ काम करने का मौका

 Bihar Board Admission 2025: ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू, 3 मई तक भरें फॉर्म

 दिल्ली स्किल यूनिवर्सिटी में जल्द शुरू होंगे दाखिले, 1 जुलाई से शुरू होंगी कक्षाएं

निष्कर्ष

आज जब देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे में BRS कोर्स जैसे प्रोग्राम गांव के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रहे हैं। यह न केवल शिक्षा का माध्यम है, बल्कि ग्रामीण विकास और स्वरोजगार की एक सशक्त कड़ी भी है। अगर आप भी अपने गांव की उन्नति में योगदान देना चाहते हैं और खुद को रोजगार के काबिल बनाना चाहते हैं, तो BRS कोर्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

Ankita Devi इस ब्लॉग के Author है जो पिछले 5 साल से Career Counselling & Guidance Platform पर काम कर रही है। उसकी करियर परिप्रेक्ष्य विभिन्न कोर्स के क्षेत्र में अच्छी पकड़ हैं जिससे वह अपने पाठकों को इससे सम्बंधित जानकारी देने में सक्षम है।

Leave a Comment