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BEMS Course Details in Hindi – BEMS कोर्स की पूरी जानकारी (2024)

BEMS Course Details in Hindi: BEMS एक होम्योपैथी आधारित कोर्स है जो छात्रों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी के सिद्धांतों के जरिए बीमारियों का इलाज करना सिखाता है। यह एक वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली है जो शरीर के भीतर संतुलन और सामंजस्य को बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करती है। जबकि भारत में यह कोर्स उतना प्रचलित नहीं है, विदेशों में इसकी काफी मांग है और इसमें करियर के कई अवसर भी उपलब्ध हैं। इस लेख में, हम BEMS कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे ताकि आप तय कर सकें कि यह कोर्स आपके लिए सही है या नहीं।

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BEMS Course Details – Overview

Course NameBachelor of Electro Homeopathy Medicine and Surgery (BEMS)
Duration4.5 years (4 years academic + 6 months internship)
Eligibility12th Science (Physics, Chemistry, Biology) with 50%-55% marks
Course Structure9 Semesters
Admission ProcessEntrance Exam (in some colleges), Merit-based selection
Course Fees₹20,000 to ₹60,000 (Government Colleges)
₹60,000 to ₹2,00,000 (Private Colleges)
Career OptionsElectro Homeopathic Doctor, Health Consultant, Lecturer or Educator, Yoga Therapist etc.
SalaryStarting from ₹15,000 to ₹25,000 per month

BEMS Course Details in Hindi – BEMS कोर्स क्या है?

BEMS कोर्स का पूरा नाम “Bachelor of Electro Homeopathy Medicine and Surgery” है। यह कोर्स 4.5 साल का होता है, जिसमें छात्रों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी के सिद्धांतों का गहन अध्ययन करवाया जाता है। इस कोर्स के अंतर्गत, छात्रों को मानव शरीर रचना (Anatomy), शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology), बायोकेमिस्ट्री (Biochemistry), और पैथोलॉजी (Pathology) जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी जाती है।

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इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक उपचार और व्यक्तिगत दृष्टिकोण पर आधारित चिकित्सा प्रणाली में प्रशिक्षित करना है। पहले दो सेमेस्टर में, छात्रों को बुनियादी विषयों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ इलेक्ट्रो होम्योपैथी का इतिहास, दर्शन, और मौलिक सिद्धांतों की जानकारी दी जाती है।

BEMS Course Duration

BEMS कोर्स में कुल 9 सेमेस्टर (Semester) होते हैं, प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है। इस कोर्स की अवधि में 4 साल का अकादमिक प्रशिक्षण और 6 महीने की इंटर्नशिप भी शामिल होती है।

BEMS Course Syllabus in Hindi

BEMS कोर्स की पूरी सिलेबस इस प्रकार है:

Semester I & II

  • मानव शरीर रचना (Anatomy)
  • शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology)
  • बायोकेमेस्ट्री (Biochemistry)
  • पैथोलॉजी (Pathology)
  • इलेक्ट्रो होम्योपैथी का परिचय (Introduction to Electro Homeopathy)

Semester III & IV

  • मेटेरिया मेडिका (Materia Medica)
  • औषधि विज्ञान (Organon of Medicine)
  • इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा विज्ञान (Electro Homeopathic Therapeutics)
  • क्लिनिकल प्रैक्टिस

Semester V & VI

  • शरीर के विशिष्ट तंत्र (Specific System of the Body)
  • एडवांस्ड क्लिनिकल प्रैक्टिस (Advanced Clinical Practice)

Semester VII & VIII

  • सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health)
  • फॉरेंसिक मेडिसिन (Forensic Medicine)
  • इलेक्ट्रो होम्योपैथिक अनुसंधान पद्धतियाँ (Electro Homeopathic Research Methodologies)
  • क्लिनिकल रोटेशन

Semester IX

  • इंटर्नशिप (Internship)
  • अंतिम परीक्षा (Final Examination)

BEMS कोर्स के लिए योग्यता

BEMS कोर्स में प्रवेश लेने के लिए, उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी मुख्य विषय होने चाहिए। अधिकतर कॉलेजों में प्रवेश के लिए न्यूनतम 50% से 55% अंकों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, कुछ कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) भी आयोजित की जाती है जिसे पास करना अनिवार्य होता है।

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BEMS कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया

BEMS कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया काफी सरल है। सबसे पहले, छात्रों को 12वीं कक्षा पास करनी होती है। उसके बाद, उन्हें प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्टर करना होता है। प्रवेश परीक्षा के बाद, छात्रों को आवेदन फॉर्म भरना होता है जिसमें आवश्यक दस्तावेज और आवेदन शुल्क शामिल होते हैं। इसके बाद, कॉलेज द्वारा मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। अगर आपका नाम मेरिट लिस्ट में आता है, तो आपको कॉलेज में जाकर दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच करवानी होती है और फीस जमा करनी होती है।

BEMS कोर्स के लिए Best College

भारत में कई कॉलेज BEMS कोर्स की पेशकश करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कॉलेज हैं:

  • National Institute of Electro Homeopathy, New Delhi
  • Institute of Postgraduate Electromyopathy, Lucknow
  • Rajiv Gandhi University of Health Science, Karnataka
  • Guru Nanak Dev University, Amritsar
  • Dr. B.R. Ambedkar University of Medical Science, Kolkata

इनके अलावा, कई अन्य कॉलेज भी इस कोर्स को कराते हैं। कॉलेज चुनते समय उसकी मान्यता, शिक्षण का स्तर और अन्य सुविधाओं पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

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BEMS कोर्स की फीस

BEMS कोर्स की फीस कॉलेज के प्रकार और स्थान पर निर्भर करती है। अगर आप सरकारी कॉलेज से यह कोर्स करते हैं, तो फीस लगभग ₹20,000 से ₹60,000 तक हो सकती है। वहीं, प्राइवेट कॉलेज में यह फीस ₹60,000 से ₹2,00,000 तक हो सकती है। फीस में अंतर कॉलेज की सुविधाओं और उसकी प्रतिष्ठा पर निर्भर करता है।

BEMS कोर्स के बाद करियर विकल्प

BEMS कोर्स पूरा करने के बाद, आपके पास कई करियर विकल्प होते हैं। आप एक Electro Homeopathic Doctor के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं, या अन्य चिकित्सा क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं। इसके अलावा, आप निम्नलिखित क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं:

  • Health Consultant
  • Alternative Medicine Practitioner
  • Clinic Manager
  • Health and Wellness Coach
  • Medical Research Assistant
  • Lecturer or Educator in Alternative Medicine
  • Yoga Therapist

BEMS कोर्स के बाद सैलरी

BEMS कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी आपके अनुभव और जॉब प्रोफाइल पर निर्भर करती है। शुरुआती दौर में, आपको ₹10,000 से ₹20,000 प्रति माह मिल सकता है। थोड़े अनुभव के बाद, यह सैलरी ₹20,000 से ₹40,000 प्रति माह हो सकती है। वरिष्ठ पदों पर या अधिक अनुभव होने पर, सैलरी ₹30,000 से ₹60,000 या उससे अधिक हो सकती है।

निष्कर्ष: BEMS Course Details in Hindi

BEMS कोर्स एक उभरता हुआ करियर विकल्प है, जो उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी में रुचि रखते हैं। यह कोर्स न केवल आपको एक चिकित्सक के रूप में प्रशिक्षित करता है, बल्कि आपको स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में विभिन्न करियर विकल्पों के लिए भी तैयार करता है। अगर आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो BEMS कोर्स आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

FAQs

BEMS कोर्स क्या है?

BEMS (Bachelor of Electro Homeopathy Medicine and Surgery) एक 4.5 साल का कोर्स है जिसमें छात्रों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली का अध्ययन और अभ्यास सिखाया जाता है। यह कोर्स होम्योपैथी के सिद्धांतों पर आधारित होता है और इसमें प्राकृतिक उपचार के माध्यम से बीमारियों का इलाज करना सिखाया जाता है।

BEMS कोर्स के लिए योग्यता क्या है?

BEMS कोर्स में प्रवेश के लिए, उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी मुख्य विषय होने चाहिए। प्रवेश के लिए अधिकतर कॉलेजों में न्यूनतम 50% से 55% अंकों की आवश्यकता होती है।

BEMS कोर्स के बाद करियर विकल्प क्या हैं?

BEMS कोर्स पूरा करने के बाद, आप एक Electro Homeopathic Doctor के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं। इसके अलावा, आप Health Consultant, Alternative Medicine Practitioner, Clinic Manager, Medical Research Assistant, और Lecturer जैसे पदों पर भी काम कर सकते हैं।

क्या BEMS कोर्स की मान्यता है?

BEMS कोर्स की मान्यता विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों पर निर्भर करती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप जिस कॉलेज से कोर्स कर रहे हैं, वह उचित नियामक निकाय द्वारा मान्यता प्राप्त हो।

Ankita Devi इस ब्लॉग के Author है जो पिछले 3 साल से Career Counselling & Guidance Platform पर काम कर रही है। उसकी करियर परिप्रेक्ष्य विभिन्न कोर्स के क्षेत्र के में अच्छी पकड़ हैं जिससे वह अपने पाठकों को इससे सम्बंधित जानकारी देने में सक्षम है।

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