पश्चिम बंगाल में पर्यटन क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक नई पहल की है। पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग ने टूरिस्ट गाइड कोर्स शुरू किया है। यह कोर्स विशेष रूप से उन छात्रों और युवाओं के लिए उपयोगी होगा जो पर्यटन उद्योग में करियर बनाना चाहते हैं।
पर्यटन की महत्व और बढ़ती संभावनाएं
पर्यटन के लिहाज से पश्चिम बंगाल देशभर में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में बंगाल पर्यटन के मामले में आठवें स्थान पर है, जबकि विदेशी पर्यटकों के आगमन में यह तीसरे स्थान पर आता है। सुंदरबन, दार्जिलिंग, विक्टोरिया मेमोरियल, कालीघाट मंदिर और बिश्नुपुर जैसे ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक स्थल हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। हालांकि, कई बार पर्यटकों को उचित गाइड न मिलने की वजह से ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी पूरी तरह नहीं मिल पाती। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने यह कोर्स शुरू किया है।
टूरिस्ट गाइड कोर्स में युवाओं की बढ़ती दिलचस्पी
इस कोर्स को लेकर युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसे पूरा करने के लिए कई कॉलेजों में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है। आसनसोल के बनवारी लाल भालोटिया कॉलेज में इस कोर्स की शुरुआत हो चुकी है और पहले ही बैच में 17 छात्रों ने दाखिला लिया है। इस कोर्स के तहत छात्रों को पर्यटन स्थलों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक जानकारी के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों के साथ संवाद करने के लिए अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
कोर्स की विशेषताएँ और प्रशिक्षण प्रक्रिया
जिले के पर्यटन विभाग के अधिकारी सुदीप दास ने बताया कि यह एक बेसिक टूरिस्ट गाइड कोर्स है, जिसे पूरा करने के बाद छात्रों को एडवांस टूरिस्ट गाइड कोर्स में दाखिला लेना होगा। इस कोर्स की कुल समय-सीमा 210 घंटे रखी गई है, जिसमें छात्रों को पर्यटन स्थलों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
शिक्षा और पर्यटन विभाग की योजना के तहत, छात्रों को सरकारी खर्चे पर प्रमुख पर्यटन स्थलों पर ले जाया जाएगा, जिससे वे मौके पर जाकर वास्तविक अनुभव प्राप्त कर सकें। कोर्स पूरा करने के बाद पर्यटन विभाग की ओर से छात्रों को अधिकृत सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें सरकारी और निजी क्षेत्र में गाइड के रूप में काम करने का अवसर मिलेगा।
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रोजगार के नए द्वार खुलेंगे
इस कोर्स को पूरा करने के बाद युवा स्वतंत्र रूप से या किसी ट्रैवल कंपनी से जुड़कर बतौर टूर गाइड काम कर सकते हैं। इसके अलावा, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए युवा ऑनलाइन टूर गाइडिंग और वर्चुअल टूर सर्विस जैसी नई संभावनाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
राज्य सरकार की इस पहल से पर्यटन क्षेत्र में विकास होगा और इससे बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। आने वाले समय में इस कोर्स को अन्य कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है ताकि अधिक से अधिक युवा इससे लाभान्वित हो सकें।
निष्कर्ष
पश्चिम बंगाल का पर्यटन उद्योग लगातार बढ़ रहा है, और इसे और अधिक संगठित और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। टूरिस्ट गाइड कोर्स से न केवल पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे राज्य के युवाओं को रोजगार का एक नया माध्यम भी मिलेगा। इस कोर्स की सफलता पर्यटन उद्योग में नए आयाम जोड़ सकती है और राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान दे सकती है।